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कोलकाता -: प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने राष्ट्रपति एवं पीएम मोदी को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की

- SADDAM HUSEN Editor in Chief
- 14 Sep, 2024
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए हत्या और रेप के मामले को लेकर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों ने राष्ट्रपति और पीएम को पत्र लिखकर आरजी कर अस्पताल के मामले में दखल देने की गुहार लगाई है। डॉक्टरों ने चार पेज के पत्र में देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से न्याय की गुहार लगाई है। जूनियर डॉक्टरों ने चार पेज का पत्र लिखा है। इस पत्र को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी भेजा गया है। इस पत्र में लिखा गया है कि आप देश का मुखिया हैं। ऐसे में यह मामला आपके सामने रख रहे हैं। हम अपने उस सहयोगी के लिए न्याय चाहते हैं जो एक बेहद घृणित अपराध की शिकार हो गई है। ऐसा होने के बाद हम हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के तहत बिना किसी डर और आशंका के जनता की सेवा कर सकेंगे। पत्र में डॉक्टरों ने लिखा है कि इस मुश्किल समय में आपका दखल हम सभी के लिए रोशनी की किरण की तरह से काम करेगा। आप ही हैं जो हमें हमें चारों ओर से घिरे अंधेरे से बाहर निकलने का रास्ता दिखाएंगे। आंदोलनकारी डॉक्टरों में शामिल अनिकेत महतो ने बताया कि पत्र का मसौदा इस महीने की शुरुआत में तैयार किया गया था और इसे गुरुवार रात भेजा गया।
गौरतलब है कि डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में जूनियर डॉक्टर 35 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभी तक तीन बार डॉक्टरों से बातचीत के लिए बुलाया था। लेकिन डॉक्टरों ने कुछ शर्तें रख दीं, जिसके चलते यह बातचीत नहीं हो पाई है। वहीं, ममता बनर्जी ने इस्तीफे की पेशकश तक कर डाली, लेकिन डॉक्टर टस से मस नहीं हुए हैं। प्रदर्शनकारी डॉक्टर स्वास्थ्य विभाग के तीन शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, जिन्हें आरजी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में अपराध स्थल के आसपास तोड़फोड़ और नवीकरण की अनुमति देने वाले एक पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। वे कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। गुरुवार शाम राज्य सचिवालय नबान्न के दरवाजे से लगभग 32 जूनियर डॉक्टर वापस लौट आए, क्योंकि सरकार ने उनके और मुख्यमंत्री के बीच बातचीत का सीधा प्रसारण करने की उनकी मांग को स्वीकार नहीं किया।
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